How to open Jan Aushadhi Kendra in Hindi

जन औषधि केंद्र कैसे खोले?, How to open Jan Aushadhi Kendra?

प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना केंद्र (PMBJP -Kendra) भारत सरकार द्वारा जारी प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना (PMBJP) का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसके द्वारा आमजन को सस्ती दरों पर जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध करवाई जा रही है.

पब्लिक तक इन दवाओं को पहुँचाने के लिए प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र (PMBJP -Kendra) का सेट-अप किया गया है. इन केन्द्रों को जानने के लिए हमें सबसे पहले जेनेरिक दवाइयों को जानना होगा.

जेनेरिक दवाइयाँ ब्रांड रहित दवाइयाँ होती है जिनकी गुणवत्ता और थेराप्यूटिक वैल्यू ब्रांडेड दवाइयों के समान ही होती है परन्तु इनकी कीमत इनके समान ब्रांडेड दवाइयों से काफी कम होती है.

सामान्यतः ब्रांडेड दवाइयाँ उनके समान थेराप्यूटिक वैल्यू वाली जेनेरिक दवाइयों के मुकाबले महंगे दामों पर बेची जाती है जबकि दोनों का शरीर पर प्रभाव एक समान ही होता है. कई बार तो कीमत में यह अंतर कई गुना तक होता है.

इन जन औषधि केन्द्रों पर सभी तरह की जेनेरिक दवाइयाँ सस्ती दरों पर उपलब्ध रहती है जिन्हें कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है. ये सभी जन औषधि केंद्र मिनिस्ट्री ऑफ केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स के अंतर्गत आते है.

इन सभी सभी जन औषधि केन्द्रों को मिनिस्ट्री ऑफ केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स के डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल्स के अंतर्गत ब्यूरो ऑफ फार्मा पीएसयू ऑफ इंडिया (BPPI) सोसाइटी द्वारा संचालित किया जाता है.

जन औषधि केंद्र के लिए बीपीपीआई एक इम्प्लीमेंटेशन एजेंसी है जिसे 2008 में स्थापित किया गया था. यह सारे सीपीएसयू के सहयोग के साथ डिपार्टमेंट ऑफ फार्मास्युटिकल्स के अंडर में कार्य करती है.

बीपीपीआई का प्रमुख कार्य सस्ती कीमत पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध करवाना, प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों के माध्यम से जेनेरिक दवाइयों की मार्केटिंग करवाना, सेंट्रल फार्मा पीएसयू और निजी क्षेत्रों की कंपनियों से दवाइयों की खरीददारी करना तथा जन औषधि केन्द्रों की उचित मोनिटरिंग करना है.

आम जनता को इन महँगी ब्रांडेड दवाइयों के विकल्प के रूप में सस्ती दवाइयाँ उपलब्ध करने के लिए फार्मा एडवाइजरी फोरम ने 23 अप्रैल 2008 को मीटिंग करके जन औषधि कैंपेन को लॉन्च करना तय किया.

इस कैंपेन के तहत देश के सभी जिलों में प्रधान मंत्री जन औषधि केंद्र खोलकर इनके द्वारा जेनेरिक दवाइयों की बिक्री सुनिश्चित करने का निर्णय हुआ.

भारत के नागरिक व्यक्तिगत रूप से या कोई भी NGO, Society, Trust, Institution आदि जन औषधि केंद्र शुरू कर सकते हैं. यहाँ पर ध्यान रखने योग्य बात यह है कि जन औषधि केंद्र शरू करने के लिए रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट जरूरी है.

कोई भी डी फार्म या बी फार्म डिग्रीधारी रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट जन औषधि केंद्र खोलने के लिए अप्लाई कर सकता है. अगर कोई NGO, Society, Trust, Institution जन औषधि केंद्र शुरू करना चाहता है तो उसके पास आवेदन करते समय रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट कार्यरत होना चाहिए.

जन औषधि केंद्र के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से अप्लाई किया जा सकता है जिसे आप जन औषधि डॉट गोव डॉट इन वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं. यहाँ पर आपको अपना अकाउंट क्रिएट करना होता है फिर इसे लॉग इन करके डिटेल्स भरकर सबमिट करना होता है.

जन औषधि केंद्र कमाई का बढ़िया जरिया है. इसके संचालन के लिए एमआरपी पर टैक्स के अलावा बीस प्रतिशत का मार्जिन दिया जाता है. अगर राज्य सरकार द्वारा सरकारी हॉस्पिटल में फ्री स्पेस उपलब्ध करवाया जाता है तो ढाई लाख रुपए तक की एकमुश्त आर्थिक सहायता भी दी जाती है.

अगर राज्य सरकार द्वारा सरकारी हॉस्पिटल में फ्री स्पेस उपलब्ध नहीं करवाया जाता है तो इस स्थिति में जो भी जन औषधि केन्द्र बीपीपीआई हेड क्वार्टर्स के साथ इन्टरनेट द्वारा जुड़ा रहता है उसे डेढ़ लाख तक का इंसेंटिव मिलता है.

यह इंसेंटिव मासिक बिक्री के दस प्रतिशत की दर से मिलता है जो कि अधिकतम दस हजार प्रति माह के हिसाब से डेढ़ लाख रूपए तक मिलता है.

जन औषधि केंद्र खोलने के लिए स्वयं या फिर किराये की जगह होनी चाहिए जिसका न्यूनतम क्षेत्रफल 120 वर्ग फीट होना चाहिए. कार्य करने वाले फार्मासिस्ट का नाम तथा स्टेट फार्मेसी कौंसिल का रजिस्ट्रेशन नंबर प्रमाणस्वरूप प्रस्तुत करने के लिए आवश्यक होता है.

सामान्यतः जन औषधि केंद्र का समय सुबह नौ बजे से लेकर रात के नौ बजे तक का होता है जिसमे दिन में एक बजे से दो बजे तक का लंच ब्रेक हो सकता है या फिर यह रोटेशन बेसिस पर हो सकता है ताकि बिक्री प्रभावित नहीं हो.

मेट्रो और बड़े शहरों में ये सुबह छः बजे से रात के बारह बजे तक खुले रह सकते हैं. बड़े अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में ये चौबीसों घंटे खुले रह सकते हैं.

इस प्रकार हम देख सकते हैं कि फार्मासिस्ट के लिए जन औषधि केंद्र रोजगार के अवसर हैं. अधिक जानकारी के लिए आप जन औषधि डॉट गोव डॉट इन पर जाकर देखें.

अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें
Pradhan Mantri Bhartiya Jan Aushadhi Pariyojana

लेखक, Writer

रमेश शर्मा {एम फार्म, एमएससी (कंप्यूटर साइंस), पीजीडीसीए, एमए (इतिहास), सीएचएमएस}


डिस्क्लेमर,  Disclaimer

इस लेख में शैक्षिक उद्देश्य के लिए दी गई जानकारी विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्त्रोतों से ली गई है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।

अगर आलेख में किसी भी तरह की स्वास्थ्य सम्बन्धी सलाह दी गई है तो वह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर लें।

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने